आपसे किसी बात का गिला नहीं करेंगे
वादा रहा अब आपसे मिला नहीं करेंगे
आपको हमने यूँ तो हैरान बहुत किया
बेसबब बेवज़ह परेशान बहुत किया
ख्यालो से अब आपके खिला नहीं करेंगे
वादा रहा अब आपसे मिला नहीं करेंगे
जिंदगी हसीन थी जिंदगी हसीन है
बात लेकिन ये बेहद ज़हीन है
इस बात में मगर हम घुला नहीं करेंगे
वादा रहा अब आपसे मिला नहीं करेंगे
आपकी चाहत की मन्नतें न सही
तक़दीर में अपनी जन्नतें न सही
मोम बनकर हम जला नहीं करेंगे
वादा रहा अब आपसे मिला नहीं करेंगे
मिल जाये कोई नियामत भी शायद
क्या पता हो जाये मुहब्बत भी शायद
मुस्कुरायेंगे हमेशा , होठों को सिला नहीं करेंगे
मगर वादा रहा अब आपसे मिला नहीं करेंगे ...........
- स्नेहा गुप्ता
01/03/2013
00:30AM

बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना!
ReplyDeleteDhanyawaad Sir!
Deleteमिल जाये कोई नियामत भी शायद
ReplyDeleteक्या पता हो जाये मुहब्बत भी शायद
मुस्कुरायेंगे हमेशा , होठों को सिला नहीं करेंगे
जब मुहब्बत मिलने की आशा है तो क्यों न मिलने का वादा ....
मगर वादा रहा अब आपसे मिला नहीं करेंगे ... क्यों ...?
Kuch baate ankahi ansuljhi rah jaati hai...
Deleteबहुत खूबसूरती और सफ़ाई से जज्बात उकेरे हैं, बहुत उम्दा रचना.
ReplyDeleteरामराम.
Dhanyawaad Taauji :)
Deleteदिल के सुंदर एहसास
ReplyDeleteहमेशा की तरह आपकी रचना जानदार और शानदार है।
कृपया टिप्पणी बॉक्स से वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
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