tag:blogger.com,1999:blog-2305191624457273416.post3607658664732194527..comments2023-04-03T05:32:28.497-07:00Comments on दिल से .....: मैं और मेरी ज़िन्दगी.....Sneha Rahul Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/17588183386509131215noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2305191624457273416.post-48307317051713199592013-04-22T01:57:00.504-07:002013-04-22T01:57:00.504-07:00बिगड़ती है, संवरती है, ठुकराती है, अपनाती है
इस तर...बिगड़ती है, संवरती है, ठुकराती है, अपनाती है<br />इस तरह ज़िन्दगी मुझे जीना सिखाती है ...<br /><br />जिंदगी सब कुछ कर जाती है ... हंसाती भी है ओर रुलाती भी है ...<br />इसी को जिंदगी कहते हैं ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2305191624457273416.post-201660081650564872013-04-21T06:18:15.396-07:002013-04-21T06:18:15.396-07:00बहुत सटीक अभिव्यक्त किया जिंदगी को, वाकई जिंदगी दो...बहुत सटीक अभिव्यक्त किया जिंदगी को, वाकई जिंदगी दोनों रूपों में मौजूद रहती है. हम चाहे जिस पक्ष को अधिक महत्व दें. बहुत ही सटीक अभिव्यक्ति, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com